सिंगोरी न्यूजः मौजूद हालातों से सवाल उठ रहे हैं कि क्या सूबे में कांग्रेस की कहानी खतम हो रही है। जाहिर से ही बात है पिछले दिनों कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कार्यकारिणी भंग करने की घोषणा की, जबकि स्वयं कांग्रेसी नेता ही कह रहे हैं कि पार्टी में इस तरह की कोई परंपरा नहीं रही।
वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने अगले तीन माह के सभी कार्यक्रम स्थगित करने की घोषणा की है। हालांकि रावत ने इसकी वजह शरीर और अन्य व्यवस्थाओं को बताया है। लेकिन सीधे तौर पर रावत के इस कदम को उनकी नाराजगी से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
बता दें कि हरीश रावत ने अभी हाल ही मेें कुछ दिनों पूर्व नशा नहीं, रोजगार दो के नारे के साथ हरिद्वार से लेकर ऋषिकेश तक की पदयात्रा दिसंबर माह के अंत में करने की घोषणा की थी। सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने अपने सारे कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। वहीं प्रदेश कार्यकारिणी भंग करने पर पूर्व अध्यक्ष किेशोर उपाध्याय ने कहा कि कांग्रेस में यह परंपरा नहीं रही।
राजनैतिक जानकारों की राय में हरीश रावत समेत अन्य कांग्रेसी नेताओं की इस तल्खी से मामला और ही गर्त में दिखाई पड़ रहा है।