मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 प्रवीण कुमार ने बताया गया कि जनपद में कुल 123024 बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवायी खिलायी जानी है। कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु विकासखण्ड स्तर पर दवा वितरण के साथ ही सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई है। उन्होंने यह भी बताया कि साफ-सफाई के अभाव में कृमि बच्चों के शरीर में प्रवेश कर जाते है, जिस कारण बच्चों में विभिन्न तरह की बीमारियां उत्पन्न होने लगती है जिससे बच्चों के शरीर में खून की कमी, कुपोषण और उनकी वृद्धि व विकास में रुकावट आ जाती है जिससे बच्चों की सेहत शिक्षा और कार्यक्षमता पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है उनमें थकावट, चिडचिड़ापन चेहरे पर सफेद दाग जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, जिससे बच्चों में पढाई के प्रति उदासीनता एवं लापरवाही देखने को मिलती है, इसलिए बच्चों के पेट में उत्पन्न होने वाले कृमि को मारना आवश्यक है।
सीएमओ डॉ0 प्रवीण कुमार ने बताया कि एल्बेंडाजॉल की दवाई पूर्ण रुप से सुरक्षित है, एवं प्रतिवर्ष विभाग की ओर से बच्चों को यह दवाई खिलायी जा रही है उनके द्वारा सभी अभिभावकों से अपील करते हुये कहा गया कि बच्चों को लेकर साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें एवं अपने बच्चों को स्वस्थ एवं कृमि से मुक्त रखने हेतु एल्बेंडाजॉल की दवाई अवश्य खिलायें।
स्वास्थ्य विभाग के तत्वाधान में जनपद में 10 सितम्बर 2024 को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस
स्वास्थ्य विभाग के तत्वाधान में जनपद में 10 सितम्बर 2024 को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर 2355 स्कूल 1856 आंगनब़ाड़ी व 301 व्यावसारिक शिक्षण संस्थानो में 01 से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को कृमि नाशक दवायी एल्बेएण्डाजॉल खिलायी जायेगी। विद्यालय और आगंनबाड़ी केन्द्रों में दवा खाने से छूट गये बच्चों को 18 व 19 सितम्बर को मॉप अप डे दिवस पर दवा खिलायी जायेगी।