सिंगोरी न्यूजः अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सूबे में कई जगहों मातृशक्ति को सम्मानित किया गया। नई सोच संस्था की पहल पर आयोजित कार्यक्रम में हंस फाउंडेशन के संस्थापक भोले महाराज, मंगला माता ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। तो प्रख्यात लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी विशिष्ट अतिथि रहे। इस मौके पर महिला के संघर्ष पर बनी लघु फिल्म ष्ऊँमा बोल दियां की स्क्रीनिंग हुई।
फिल्म के निर्देशक कविलाश नेगी हैं। यहां नेगीदा ने बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा कि बल्लभ डोभाल की कही अनकही पढ़कर उन्होंने हे दिल्ली वला द्यूरा, तिन भैजी भी देखिनी कभी आंदा-जांदा लिखा। वाकई सही मायनों में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर उस दर्द को भी याद किया जाना जरूरी है जो दर्द इस गीत में नेगी दा ने बयां किया। वेदना क्या होती है इस गीत से समझी जा सकती है।
कार्यक्रम मेें एसिड पीड़ितों के लिए काम करने वाली डॉ प्रतिभा नैथानी, अंधे बच्चों को उत्तरकाशी के नौगांव में शिक्षा देने वाली विजय लक्ष्मी, स्वयं दिव्यांग होकर पिछले 20 बर्षों में 25 हजार से भी अधिक दिव्यांगों को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने वाली मधु मैखुरी, उत्तराखण्ड में राजुला मालूशाही का जागर गाने वाली जागर गायिका बागेश्वर निवासी कमला देवी, कैलाश व कैलाश मानसरोवर यात्रा के मार्ग के गांव पिथौरागढ़ के नबी गांव में होम स्टे के माध्यम से ग्रामीणों के लिए आर्थिकी के नए रास्ते शुरू करने वाली ग्राम प्रधान सनम देवी नबियाल को सम्मानित हुई।
भारतीय सर्व समाज महासंघ द्वारा महिला दिवस पर महिलाओं के सम्मान में नाथ पैलैस में एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें श्रीमती ऊषा नेगी;अध्यक्ष बाल संरक्षक द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकत्री यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी समेत समाज के विभिन्न क्षेत्रों मंे उत्कृष्ट कार्य करने वाली को सम्मनित किया गया