बीते वर्ष जोर शोर से उठी पुरानी पेंशन बहाली की मांग

राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने रखा आंदोलन का वार्षिक रिपोर्ट कार्ड

बीते एक वर्ष से देश और प्रदेश में व्यापक महामारी के बीच भी एक संगठन ऐसा है जिसने लगातार अपनी एक सूत्रीय मांग को निरन्तर जारी रखा। प्रदेश में लगातार राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा उत्तराखंड ने पुरानी पेंशन बहाली के लिए पिछले एक साल में किये गए प्रदर्शन व रैलियों का ब्यौरा कर्मचारियों के सम्मुख रखा है।

प्रदेश प्रेस सचिव डॉ कमलेश कुमार मिश्रा ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया की मोर्चा ने विगत 7 जून से पुरानी पेंशन बहाली के लिए आंदोलन को निरन्तर करने का बीड़ा उठाया और विगत वर्ष जून माह में एक दिया ops के नाम , राष्ट्रीय जागरूकता अभियान, जुलाई माह में 1 वृक्ष ops के नाम, अगुस्त माह में राष्ट्रीय ट्विटर ट्रेंड अभियान जिसमें nps quit india टॉप ट्रेंड पर रहा। सितंबर में शिक्षकों के माध्यम से व राष्ट्रीय स्तर पर उपवास के माध्यम से पुरानी पेंशन की मांग की गई। अक्टूबर माह में राज्य में 1 अक्टूबर 2005 को बन्द की गई इस अवसर पर काला दिवस मनाया गया। नवम्बर माह में मातृशक्ति ने मेहंदी रचा कर के पेंशन बहाली की मांग की । 1 जनवरी को राष्ट्रीय स्तर पर पेंशन बन्द होने पर राष्ट्रीय काला दिवस मनाया गया। 31 जनवरी को पौड़ी में राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम में राष्ट्रीय टीम का स्वागत किया गया। इसके बाद दूरस्थ जनपद उत्तरकाशी में फरवरी 2021 माह में रैली आयोजित की गई। मार्च माह में कोटद्वार नगर में बड़ी रैली आयोजित हुई। अप्रैल माह में कोविड की वजह से कुमाउं मण्डल की रैली आयोजित होनी थी परन्तु कोविड के कारण इसकी स्वीकृति नही मिली।

प्रदेश महिला उपाध्यक्ष योगिता पन्त ने बताया कि सँघर्ष को किस तरह से निरन्तर गति से कैसे चलाया जाता है इसका उत्कृष्ट उदाहरण मोर्चे ने विगत वर्ष से प्रस्तुत किया है।

प्रदेश उपाध्यक्ष देवेंद्र बिष्ट ने कहा कि 7 जून से लगातार राज्य में सन्युक्त मोर्चा हर जगह पुरानी पेंशन बहाली की मांग को बुलंद करता आया है आगे हालात सामान्य होते ही फिर से आंदोलन को तेज किया जाएगा।

मोर्चे के प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि हमें किसी अन्य मांग से कोई लेना देना नहीं । हमारा मिशन सिर्फ पुरानी पेंशन है

मोर्चे के अध्यक्ष अनिल बडोनी ने कहा कि निरन्तरता और विश्वसनीयता ही किसी संगठन के मजबूत स्तम्भ हैं। ये दोनों बातें सँयुक्त मोर्चा ने सिद्ध किया है। विनती करके भी और सड़कों पर नारे लगाकर भी हमने सरकार को पुरानी पेंशन के प्रति चेताया है।
मोर्चे के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री दिनेश पसबोला ने कहा है कि।मोर्चा लगातार सरकार को इस एहम मुद्दे से अवगत कराता आ रहा है । अब सरकार को गंभीरता से इस ओर सोचने की आवश्यकता है अब पुरानी पेंशन पर अधिक हीलाहवाली बर्दाश्त नही की जाएगी।

प्रदेश संयोजक मिलिन्द बिष्ट ने कहा है कि श्री बी पी सिंह रावत जी के नेतृत्व में सम्पूर्ण राष्ट्र पुरानी पेंशन के लिए लामबंद हो रहा है। संयुक्त मोर्चा ने अपनी कार्यप्रणाली से उन संगठनों को आईना दिखाया है जिनके मुद्दों में पुरानी पेंशन की मांग बहुत पीछे है।

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