सिंगोरी न्यूजः पदोन्नति में आरक्षण और एससीएसटी एक्ट के विरोध में सरकारी कर्मचारियों का गुस्सा सड़कों पर है।
उत्तराखंड जनरल ओबीसी एम्पलाइज एसोसिएशन पौड़ी के तत्वावधान में अयोजित गढ़क्रांति सम्मेलन सम्मेलन में बड़ी संख्या में कर्मचारियों के साथ सेवानिवृत्त कर्मचारी, व्यापारी भी खड़े हुए। सौंगध ली गई कि आरक्षण को खत्म करा के दम लेंगे।
खास बात यह रही कि रामलीला मैदान में आयोजित गढ़क्रांति सम्मेलन में कुमाउं, देहरादून, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, चमोली आदि जिलों से कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया। मुख्य अतिथि प्रांतीय अध्यक्ष दीपक जोशी ने कहा कि प्रमोशन में आरक्षण बर्दाश्त नहीं होगा। जो भी आरक्षण मुक्त भारत की बात करेगा वहीं देश में राज करेगा। उन्होंने जनप्रतिनिधियों को भी आगाह करते हुए कहा कि उनको सामान्य वर्ग की पीड़ा समझनी होगी।
वक्ताओं नक हा कि अब आरक्षण को समाप्त करने के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। जल्द आरक्षण समाप्त नहीं हुआ तो प्रदेशव्यापी आंदोलन होगा। विशिष्ट अतिथि एसोसिएशन के महासचिव वीपी नौटियाल, प्रदेश महासचिव वीरेंद्र गुंसाई आदि ने कहा कि साल 2012 से आरक्षण को खत्म करने की लड़ाई लड़ी जा रही है।
इस मौके अपनी मांगों की ध्यानाकर्षण व ताकत के दिखाने को शहर में रैली भी निकाली गई। छात्रा रचिता भंडारी के भाषण भी शानदार रहे। इस मौके पर संघ प्रांतीय मंडल उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह चैहान, एलपी रतूड़ी, आशुतोष, गोविंद, जिलाध्यक्ष सोबन सिंह रावत, मुख्य संयोजक सीताराम पोखरियाल, जिला चालक संघ के संरक्षक नरेंद्र रावत, जयदीप रावत, रेवतीनंदन डंगवाल, दीपक नेगी, कुलदीप रावत, विनोद, प्रेमचंद्र ध्यानी, जसपाल रावत, दीपक बिष्ट आदि शामिल थे। संचालन विवेक ममगांई ने किया।