सिंगोरी न्यूजः खबर एक लिहाल से दिमाग को हिला देने वाली है, तो वहीं मानवता के पुजारियों के अपने आप में गर्व की अनुभूति करा रहे हैं। यहां गणतंत्र दिवस की रात रुद्रपुर रेलवे स्टेशन एक व्यक्ति चलती ट्रेन में नवजात बच्ची को एक यात्री को थमाकर भाग खड़ा हुआ। सर्द हवाओं में बच्चें की किलकारियों से पूरा रेलवे स्टेशन गूंज उठा। यात्री ने नवजात को रेलवे पुलिस को सौंपा। और उसके बाद आगे की कार्रवाई हुई।
क्या तरीका है। कुछ समझ में आए भी तो कैसे। गत रविवार रात करीब 10 बजे के आसपास का समय रहा होगा। रुद्रपुर रेलवे स्टेशन से रानीखेत एक्सप्रेस धीरे धीरे आगे बढ़ने लगी। रफतार कुछ तेज हुई तो तभी सामने से एक बच्ची को लेकर एक व्यक्ति दौड़ते हुए ट्रेन मे ंचढ़ने की कोशिश करता है। किसी फिल्म के सीन की तरह ही। उसने गेट पर खड़े यात्री को उसका बच्चा पकड़ने को कहा ताकि वह ट्रेन में चढ़ सके। भलमनसाहत दिखाते हुए गेट पर खड़े यात्री ने उसकी मदद के लिए बच्ची को गोद में पकड़ लिया। लेकिन फिर क्या था। नवजात को थमाकर वह व्यक्ति विपरीत दिशा में भागते हुए लापता हो गया। बच्ची का गोद में थामे वह व्यक्ति पहले तो अवाक रह गया। बाद में उसने चेन खींची और इस घटनाक्रम की जानकारी पुलिस को दी।
बच्ची को रेलवे पुलिस के सुपुर्द कर दिया। आरपीएफ चैकी इंचार्ज आरके भारद्वाज ने इसकी सूचना सखी वन स्टॉप सेंटर में दी।
इसके बाद समाज सेवी रजनीश बन्ना नवजात को लेकर जिला अस्पताल में पहुंचे लेकिन चिकित्सकों ने प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों की ओर से सुपुर्दगी आदेश न होने की बात कहकर बच्ची को भर्ती नहीं किया। इसके बाद रजनीश बत्रा बच्ची को लेकर अमृत हॉस्पिटल पहुंची। करीब 3 बजे सुबह मासूम को एनआईसीयू में भर्ती किया गया। अब नवजात को शिशु निकेतन भेजने की तैयारी चल रही है।