*सहभागिता समिति का गठन *पौड़ी श्रीनगर मार्ग पर ट्रांसपोर्ट सिटी बनेगी
*पुरानी जेल से जिला पंचायत तक पार्किंग, स्पोर्टस सिटी, संग्रहालय,
*विभागीय कार्यालय व स्टाफ क्वाटर बनाने,
*वर्तमान टूरिस्ट आवास गृह को डिस्मंेटल कर वहां पर सड़क से पार्किंग व टूरिस्ट बंगला, रोपवे
*हाउस टैक्स निर्धारण को जल संस्थान के बिलों से अलग रखने
*ब्लू प्रिंट को लेकर सीएम से मिलेगी सहभागिता समिति
सिंगोरी न्यूज पौड़ीः नगर पालिका परिषद की पहल पर पौड़ी मुख्यालय के तमाम संगठनों व नगरवासियों की आम बैठक में पौड़ी के हितों के लिए एकजुट संघर्ष करने का निर्णय लिया गया। शासन-प्रशासन और नगर पालिका स्तर पर तीन चरणों की कार्ययोजना के समाधान के लिए नागरिकों की सहभागिता समिति का गठन किया गया। पालिका परिषद के सभागार में नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम की अध्यक्षता में चली मैराथन बैठक में सहमति बनी कि नगर पालिका क्षेत्र के कार्यों के सफल सम्पादन के लिए नागरिक व विभिन्न संगठन भी आगे आएंगे। निर्णय हुआ कि पौड़ी पालिका क्षेत्र में पार्किंग व सफाई व्यवस्थाओं के लिए वन पंचायत से समन्वय करने की पहल होगी। वन पंचायत को पार्किंग व पार्क निर्माण के लाभ में सहभागी बनाया जाएगा। सहभागिता समिति पौड़ी की यातायात व्यवस्था व पार्किंग निर्माण आदि कार्यों त्वरित निर्माण के लिए प्रशासन, वन पंचायत सरपंचों व संबधित विभागों से संम्पर्क साधेगी। पौड़ी के विकास के लिए नगर पालिका का सहयोग करेगी। पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम की अध्यक्षता में हुई शहरवासियों की बैठक में पहली बार बेनाम ने सभी की सुनी और पौड़ी को लेकर तैयार अपने ब्लू प्रिंट को सार्वजनिक किया। पानी, अतिक्रमण, हाउसटैक्स, कूड़ा निस्तारण, पर्यटन और पार्किंग के मुख्य मुद्दों पर घंटों बहस चली। निर्णय हुआ कि पौड़ी श्रीनगर मार्ग पर ट्रांसपोर्ट सिटी बनाने, पुरानी जेल से जिला पंचायत तक पार्किंग, स्पोर्टस सिटी, संग्रहालय, विभागीय कार्यालय व स्टाफ क्वाटर बनाने, वर्तमान टूरिस्ट आवास गृह को डिस्मंेटल कर वहां पर सड़क से पार्किंग व टूरिस्ट बंगला बनाने, रोपवे के लिए स्थल चयन करने, हाउस टैक्स के कर निर्धारण को जल संस्थान के बिलों से अलग रखने आदि शासन स्तर के मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्रसिंह रावत से पालिका परिषद के नेतृत्व में सहभागिता समिति देहरादून जाएगी। पालिकाध्यक्ष ने कहा कि पालिका के पास 40 करोड़ की धनराशि है जिसे वन पंचायत व शासन-प्रशासन से सहमति के बाद पौड़ी के विकास में खर्च किया जाएगा। सहभागिता समिति वन पंचायत के अलावा जिला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन से यातायात अव्यवस्था हटाने व शहर में पार्किंग निर्माण में सहयोग के लिए समन्वय बनाएगी। बैठक में तय हुआ कि जो सरकारी अथवा गैर सरकारी कब्जे की जमीन शहर में उपलब्ध है वहां पार्किंग निर्माण के लिए शासन से अनुरोध किया जाएगा और प्रशासन का सहयोग लिया जाएगा। सरकारी स्थलों पर पार्किंग निर्माण के अलावा कोई भी भवन निर्माण तत्संबधी विभाग को निर्धारण करने का अधिकार होगा। बैठक में विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों व शहर वाशियों ने करीब चार घंटे के विचार-विमर्श में दर्जनों सुझाव दिए। पौड़ी का बस अड्डा, शौचालयों के सुधारीकरण, टूरिस्ट बंगला मार्ग की बदहाली, कूड़ा निस्तारण, गाय-सुअर व बंदरो की समस्याएं भी चर्चा के केंद्र में रहे। बैठक में पालिका सभासद विक्रमसिंह रावत, मनमोहनसिंह, अनीता रावत, यशोदा नेगी, हेमंती गुसांई, सरस्वती प्रकाश बहुगुणा, रंजना गौड़शाली, पूर्व सभासद नीलम रावत, विनोद बिष्ट, रविंद्रसिह रावत, कलमसिंह नेगी, भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष मधु खुगशाल, संघर्षसमिति के रघुवीरसिंह रावत, भगवानसिंह टम्टा, बाल्मीकि समाज के बनारसीदास गौड,वीरेंद्र खंकरियाल,पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष विजय शर्मा, वन पंचायत सरपंच पौड़ी जसपालसिंह पंवार सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी व नगरवासी उपस्थित थे।