सिंगोरी न्यूजः प्रदेश में विपक्ष की भूमिका निभा रही कांग्रेस कोरोना संकट की घड़ी में मदद के लिए सहर्ष तैयार है। लेकिन प्रदेश सरकार जिस तरह से निर्णय ले रही है उससे कांग्रेसी नेता असहज महसूस कर रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने को लिए जा रहे निर्णय में विपक्ष की अनदेखी करने का आरोप लगाया। कहा कि पूर्ण बहुमत की सरकार में इस तरह की कार्य प्रणाली उचित नहीं है।
कहा कि कोरोना वायरस की रोकथाम में हर कोई जी जान से काम कर रहा है पूरा देश दलगत राजनीति से ऊपर उठकर एक साथ खड़ा है। लेकिन यहां हालात अजीब से हो रखे हैं। प्रधानमंत्री विपक्ष के नेताओं के साथ मिलकर निर्णय ले रहे हैं। लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री विपक्ष की अनदेखी कर रहे हैं। इस तरह से नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि विधायक निधि एवं वेतन से कटौती आदि कई निर्णय मंत्रिमंडल ने लिए हैं। अच्छा होता कि विपक्ष के नेताओं से भी इसमें सलाह मशविरा किया जाता। लेकिन नहीं, उनसे इस विषय पर कोई सलाह मशवरा नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि कैबिनेट के निर्णण से पहले ही कांग्रेस विधायकों ने कोरोना वायरस की रोकथाम व चिकित्सा सुविधाओं के लिए 15 लाख रुपए अपनी निधि से जारी कर दी थी।
कहा कि इस संकटकाल में मुख्यमंत्री को अहंकार त्याग कर जनहित में उदार होना चाहिए।