सिंगोरी न्यूजः रामलला की जन्मस्थली अयोध्या भले ही पर्यटन नगरी पौड़ी से एक हजार किमी से भी अधिक दूरी पर हो। लेकिन यहां के रामभक्त भी उस पूजा आरती के नजदीक से दर्शन कर सकेंगे जो उस शूभमूहर्त पर अयोध्या में होने जा रही है। जन भावनाओं को देखते हुए यहंा यहां पर सिया राम मंदिर का शिलान्यास किया जायेगा। और यहां भी रामभक्त उस ऐतिहासिक पल के साक्षी बन सकेंगे। शिलान्यास का यह शुभ और ऐतिहासिक कार्य नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम के कर कमलों से संपंन होगा।
इस संदर्भ में श्री रामलीला मंचन एवं सांस्कृतिक समिति के कार्यकारिणी की बैठक हुई। यहां निर्णय लिया गया कि राष्ट्रीय पचांग के अनुसार शुभ मुहूर्त 5 अगस्त, बुद्धवार को रामलीला मंच पर हनुमान ध्वज की स्थापना की जायेगी। साथ ही पूजा होगी, आरती होगी। यहंा वक्तओं ने कहा कि वर्षों से यहां भी
राम मंदिर निर्माण की मांग उठ रही है। जनभावनाओं के अनुरूप रामलीला मैदान में सिया राम मंदिर निर्माण की योजना अंतिम रूप दिया जा चुका है। आयोध्या में होने वाले राममंदिर शिलान्यास के शुभमूहर्त पर ही पौड़ी में शिलान्यास की प्रक्रिया संपंन की जायेगी।
रामलीला समिति के अध्यक्ष उमाचरण बड़थ्वाल ने बताया कि इस सूक्ष्म आयोजन में केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा कोविड 19 के अन्तर्गत दिये गये दिशा निर्देशों का पालन करते हुए सामाजिक दूरी का अनिवार्य रूप से पालन किया जायेगा। कहा कि इस वर्ष कोरोना महामारी के संक्रमण के कारण अक्टूबर माह में आयोजित होने वाली रामलीला के मंचन पर अनिश्चितता को देखते हुए इस शुभ मुहूर्त पर हनुमान ध्वज स्थापना किया जायेगा। अभी तक रक्षा बंधन के बाद किसी शुभ मुहूर्त मे ध्वज स्थापना किया जाता था जो कि जन्माष्टमी पर्व पर होता था, लेकिन इस वर्ष अनिश्चितता के कारण तालीम मे पात्रों को कम समय मिलने की आशंका को विचार कर यह निर्णय लिया गया है।
बैठक में वरिष्ठ रंगकर्मी गौरीशंकर थपलियाल, पूर्व अध्यक्ष आशुतोष नेगी, विक्रम गुसांई, गिरीश बड़थ्वाल, उपाध्यक्ष मनोज रावत अंजुल, सचिव -रामसिंह रावत,कोषाध्यक्ष वीरेन्द्र रावत, वीरेन्द्र खंकरियाल व राहुल टूप्पू मौजूद थे.