कम से कम बाहर फंसे बच्चों की सुध तो लो सीएम त्रिवेंद्र, या वो भी हाईकमान से पूछोगे?

ंिसगोरी न्यूजः लाॅकडाउन के चलते उत्तराखंड के सैकड़ों छात्र छा़त्राए राजस्थान कोटा समेत देश के अन्य प्रांतों में फंसे हैं। यहां का आम जन भी यही कह रहा है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने तो प्रदेश के बच्चों को सकुशल वापस उनके घरों में पहुंचा दिया है। लेकिन उत्तराखंड के मुखिया अभी भी गहरी नींद में है। इस दिशा में उनकी तंद्रा तोड़ने के लिए छात्र नेताओं ने जिलाधिकारी पौड़ी के माध्यम से उन्हें मांग पत्र प्रेषित किया है। जिसमें साफ है कि वह भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की तरह ठोस कदम उठाने का प्रयास करें।
पूर्व छात्रसंघ के विवि प्रतिनिधि मोहित सिंह, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष आशीष नेगी, गोपाल नेगी, अंकित सुंदरियाल, दीपक नौटियाल, आकाश रावत, राहुल नेगी, शोभित, नितिन आदि ने जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल के जरिए प्रदेश मुख्ममंत्री त्रिवेंद्र रावत को पत्र प्रेषित किया है।
छात्र नेताओं का कहना है कि बड़ी तादाद में यहां के छात्र बाहरी प्रांतों में फंसे हैं। उनका दर्द स्वयं उन छात्रों और उनके परिजनों के अलावा कोई दूसरा नहीं जान सकता। इस दिशा में पूर्व में ही कदम उठाए जाने चाहिए थे। लेकिन ऐसा नहीं किया गया है। यूपी में मुख्यमंत्री ने प्रदेश के बच्चों को वापस लाने के लिए बाकायदा बसें भेजी हैं। यह एक सराहनीय कार्य है। छात्र नेताओं ने मांग उठाई है कि लाॅकडाउन में बाहर फंसे बच्चों को तत्काल वापस लाने की व्यवस्था की जाए। छात्र नेताओं का कहना है कि ऐसा लग रहा है मानो इस प्रदेश सरकार है ही नहीं। लाॅकडाउन जैसे संवेदनशील समय में भी प्रदेश के मुखिया जरा भी विचलित और चितित नहीं दिखते। यह समय एक होने का और सक्रिय रहने का है।

About The Singori Times

View all posts by The Singori Times →

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *