सिंगोरी न्यूजः गैरसैण में होने वाले सत्र पर कई बुद्धिजीवियों ने कड़ा एतराज जताया है। उनका कहना है कि यह सत्र महज जनता के पैसे क बर्बादी है। बजट सत्र के नाम पर हो रही पैसों की बंदरबांट को तुरंत प्रभाव से बंद कर देना चाहिए।
गढ़वाल मंडल मुख्यालय में गैरसैंण क्रांति मोर्चा के प्रदेश संयोजक नमन चंदोला ने अपनी बात रखने के लिए बाकायदा पत्रकारों से बातचीत की। कहा कि सरकार को उत्तराखंड आंदोलन में शहीद हुए आंदोलनकारियों की शहादत का सम्मान करते हुए गैरसैण को स्थाई राजधानी घोषित कर देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि 19 सालों से राज्य की विभिन्न सरकारों ने गैरसैंण के नाम पर सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेकने का काम किया है और अब जनता इनका खेल समझ चुकी है। इसलिए वर्तमान राज्य सरकार को गैरसैंण को स्थाई राजधानी घोषित करके इस राजनीति पर पूर्ण विराम लगा देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि एक छोटे से राज्य में दो राजधानियों की बात तर्कसंगत नहीं है।
अगर सरकार पहाड़ों से हो रहे पलायन और पहाड़ों के विकास के लिए सही में गंभीर है तो उसे राज्य की राजधानी गैरसैण अति शीघ्र घोषित कर देनी चाहिए।
चंदोला ने कहा किसी भी हाल में गैरसैंण की अवहेलना बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही जनता की मांग को देखते हुए राज्य की राजधानी गैरसैण घोषित की जाए ना कि इसे सिर्फ ग्रीष्मकालीन राजधानी बना कर एक पिकनिक स्पॉट बनाया जाए। चंदोला ने कहा कि गैरसैंण क्रांति मोर्चा आगामी बजट सत्र का घेराव करेगा कथा सरकार को साफ संदेशा पहुंचाएगा कि राज्य की राजधानी गैरसैण घोषित की जाए