सिंगोरी न्यूजः यहां एक खबर ऐसी आई है जिसमें मास्साबों की करतूत सम्मानजनक पेशे को शर्मसार कर गई है। उत्तराखंड में फर्जी अभ्यर्थियों के जरिये सहायक अध्यापक की परीक्षा दिलाने वाले गिरोह में तीन शिक्षक भी शामिल हैं जिन्हें पुलिस ने धर दबोचा है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक देहरादून एसआईटी और ऊधमसिंह नगर पुलिस ने एक शिकायत पर यह अभियान चलाया जिसमें तीन शिक्षक, उत्तर प्रदेश फायर ब्रिगेड का फायरमैन और हल्द्वानी में तैनात बंदी आरक्षी को गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि बीते वर्ष उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग परीक्षा पर कई सवाल खड़े हुए थे। स्वयं आयोग के अनुसचिव राजन मैठाणी ने इस संबंध में थाना रायपुर में तहरीर दी थी। पुलिस को दी गई तहरीर में बताया गया था कि जनवरी 2018 में आयोजित सहायक अध्यापक (एलटी) की लिखित परीक्षा में 21 अभ्यर्थी फर्जी थे, जिन्होंने दूसरों की जगह परीक्षा दी। उसके बाद इन सब पर मुकदमा दर्ज हुआ, जांच शुरू हुई।
जांच के लिए देहरादून के एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने एसआईटी का गठन किया। और उसके बाद पुलिस को यह कामयाबी हासिल हुई है। हालांकि पुलिस का कहना है कि इस मामले में अभी और भी गिर्फ्तारी होनी हैं। इस दिशा में काम चल रहा है।
गिरफ्तार शिक्षकों में एक सुरेश हैं जो गोपालपुर जूनियर हाईस्कूल में शिक्षक है।
एक और मास्साब हैं सर्वेश यादव। वह महदूद कलमी मुरादाबाद में प्राइमरी स्कूल में शिक्षक है। उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है। गैंग का सरगना देवेंद्र पुत्र बाल कृष्ण के अलावा बिलासपुर में तैनात फायरमैन देवेंद्र भी पुलिस की गिरफ्त में है।