सिंगोरी न्यूजः सूबे में लोग सोशल डिसटेंस का ध्यान रख रहे हैं। ऐसा कई जगहों पर देखा गया है। देहरादून पौड़ी आदि शहरों में भी पुलिस की भूमिका को सराहा जाना चाहिए। यहां राशन व तरकारी की दुकानों के बाहर सोशल डिसटेंस के लिए सफेद चूने से गोले बनाए गए हैं। लोग इसमें खड़े होकर अपनी बारी इंतजार कर रहे हैं ताकि यदि भगवान न करे यहां भी संक्रमण की स्थितियां हों तो उनसे बचा जा सके।
लेकिन कहीं जगहों पर आपाधापी से भी लोग बाज नहीं आ रहे। तो कालाबाजारी से भी। पौड़ी में प्रशासन ने जमाखोरी और मुनाफाखोरी पर नकेल डालने को निगरानी टीम बनाई है। लेकिन यह कहां तक संभव हो पायेगा कहा नहीं जा सकता। गांवों में भी लोग बचाव के निर्देशों का पालन कर रहे हैं। बहरहाल स्वयं को बचाना होगा, अपने परिवार अपने बच्चों केा बचाना होगा। बस इतनी जिम्मेदारी हर कोई उठा ले तो हम कोरोना को हरा दंेगे।
वहीं कुछ लोग सोशल मीडिया पर अपने प्रयासों को बता रहे हैं तो कुछ चुपचाप ही इस नेक काम में लगे हुए हैं। दोनों की स्थितियां बेहतर हैं। क्योंकि प्रभावितों की मदद तो हर हाल में होनी चाहिए। लेकिन अच्छा होगा कि सोशल मीडिया इस संकट की घड़ी में भी चेहरा चमकाने का साधन मात्र न बने। यह वक्त दूसरा है। यहां हर किसी को समाज और मानवता के प्रति अपनी जिम्मेदारी की गंभीरता को समझना होगा।