स्वास्थ्य, शिक्षा और विकास कार्यों की मंत्री ने की समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिये त्वरित कार्रवाई के निर्देश
उच्च शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने शुक्रवार को विकास भवन सभागार में स्वास्थ्य, शिक्षा, सहकारिता के साथ अन्य विभागों तथा जनपद के अन्य विकास कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने संबंधित विभागीय अधिकारियों को त्वरित गति से कार्य पूर्ण करने के निर्देश देते हुए कहा कि सरकार की प्राथमिकता जनसेवा एवं विकास को समयबद्ध रूप से पूरा करना है। बैठक से पूर्व उन्होंने पीएम श्री राजकीय कन्या इंटर कॉलेज पौड़ी में साइंस लैब का शिलान्यास भी किया।
स्वास्थ्य सेवाओं में तेजी से हो रहा विस्तार
बैठक के दौरान डॉ. रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार सभी चिकित्सकों को आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि अब तक 4 हजार नर्सों और 2 हजार चिकित्सकों की तैनाती की जा चुकी है, जबकि इसी माह के अंत तक 280 और चिकित्सकों की नियुक्ति कर दी जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार की प्राथमिकता दूरस्थ क्षेत्रों में चिकित्सकों की तैनाती करना है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों को सशक्त और समय पर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। 108 एंबुलेंस सेवा की स्थिति की जानकारी लेते हुए उन्होंने कहा कि पुराने वाहनों को जल्द बदला जाएगा और नई एंबुलेंस भेजी जाएंगी। साथ ही अब सभी 108 एंबुलेंस में जीपीएस सिस्टम अनिवार्य रूप से लगाया जाएगा। हर जिले में पांच अतिरिक्त एंबुलेंस भी रखी जाएंगी।
मंत्री ने यह भी बताया कि पौड़ी जनपद में आयुष्मान योजना के तहत अभी तक एक लाख लोगों का निःशुल्क इलाज हो चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि यहां चिकित्सकों, नर्सों और तकनीशियनों की शत-प्रतिशत तैनाती पूरी हो चुकी है। पौड़ी अस्पताल में 25 वार्ड बॉय की तैनाती भी शीघ्र की जाएगी।
शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान डॉ. रावत ने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में छात्र संख्या के अनुसार शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। 1 से 9 बच्चों पर एक शिक्षक, 9 से 30 पर दो, 30 से 60 पर तीन, 60 से 100 पर चार और 100 से अधिक छात्रों पर पांच शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। क्लस्टर स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को स्कूल आने-जाने के लिए किराया भी प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थियों को निःशुल्क गणवेश और पुस्तकें उपलब्ध करायी जा रही हैं। इसके साथ ही प्रदेश में 1500 एलटी शिक्षकों की जल्द तैनाती भी की जाएगी। उन्होंने मुख्य शिक्षाधिकारी को निर्देशित किया गया कि जिन स्कूलों में मरम्मत या पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं की आवश्यकता है, उन्हें तत्काल पूरा किया जाए। हर ब्लॉक में एक आदर्श विद्यालय स्थापित किया जाएगा जिसमें सभी सुविधाएं मौजूद होंगी।
लोनिवि, पीएमजीएसवाई, सहकारिता एवं विद्युत विभाग की समीक्षा करते हुए मंत्री ने कहा कि सभी गतिमान कार्यों को तय समय-सीमा के भीतर पूर्ण किया जाए। विद्युत विभाग को निर्देश दिये गये कि जर्जर खंभों और झूलती तारों को तत्काल बदला जाए। साथ ही उपभोक्ताओं को समय पर बिजली बिल पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि बिल समय पर जमा हो सकें।
सहकारिता विभाग को अधिक से अधिक लोगों को ऋण वितरण करने के निर्देश दिये गये हैं। वहीं लोनिवि और पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को लंबित मोटर मार्गों के कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने और सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दिये गये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, अपर निदेशक गढ़वाल मंडल कंचन देवराड़ी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पारूल गोयल, मुख्य शिक्षा अधिकारी नागेंद्र बर्तवाल, अधिशासी अभियंता लोनिवि विवेक सेमवाल, अर्थ एवं संख्याधिकारी राम सलोने, एसडीओ विद्युत गोविंद रावत, भाजपा जिलाध्यक्ष कमल किशोर रावत सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।